▪️रमज़ान या रमदान (उर्दू - अरबी - फ़ारसी : رمضان) इस्लामी कैलेण्डर का नवां महीना है। मुस्लिम समुदाय इस महीने को परम पवित्र मानता है।
▪️अनुयायी- मुस्लिम
▪ प्रकार- धार्मिक
▪️अनुष्ठान -
-सौम (उपवास)
-ज़कात और सदक़ा (दान धर्म)
-तरावीह प्रार्थना कुरान का पारायण
-बुरे कामों से दूर रहना, नेक अमल करना, उदार रहना…
▪️आरम्भ - 1 रमजान का महीना
▪️तिथि- इस्लामी कैलेण्डर (चान्द्रमान) के अनुसार बदलता है।
▪️इस मास की विशेषताएं..
▪महीने भर के रोज़े (उपवास) रखना।
▪ रात में तरावीह की नमाज़ पढना।
▪ क़ुरान तिलावत (पारायण) करना
▪ एतेकाफ़ बैठना, यानी गांव और लोगों की अभ्युन्नती व कल्याण के लिये अल्लाह से दुआ (प्रार्थना) करते हुवे मौन व्रत रखना।
▪ ज़कात देना।
▪ दान धर्म करना।
▪ अल्लाह का शुक्र अदा करना। अल्लाह का शुक्र अदा करते हुवे इस महीने के गुज़रने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद उल-फ़ित्र मनाते हैं।
इत्यादी को प्रमुख माना जाता है। कुल मिलाकार पुण्य कार्य करने को प्राधान्यता दी जाती है। इसी लिये इस मास को नेकियों और इबादतों का महीना यानी पुण्य और उपासना का मास माना जाता है।
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